अंगारक दोष पूजा क्यों होता है
अंगारक दोष का कुंडली में होना जन्म के समय ग्रहों की सम या विषम परिस्थितियों में होना माना जाता है, यह गुण भी है और दोष भी है, अर्थात अगर इसका सही से पूजन इत्यादि के द्वारा प्रभाव को डाइवर्ट कर दिया जाए तो ये मंगलकारी होता है, लेकिन अगर समय रहते इसका सही से प्रवन्ध न किया जाए तो परिणाम सुखद नहीं होते हैं, अंगारक दोष निवारण के लिए उज्जैन ही एकमात्र स्थान है, यहाँ पर आप भगवान की शरण में अपने अंगारक दोष का निवारण कर सकते हैं, अंगारक दोष के निवारण के लिए उज्जैन के कुशल ब्राह्मण से परामर्श ले सकते हैं।
अंगारक दोष, जिसे मंगल दोष भी कहा जाता है, हिंदू ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण दोष माना जाता है जो कुंडली में मंगल ग्रह के द्वारा होता है। इस दोष के कारण व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि विवाह में देरी, विवाहित जीवन में अनबन, स्वास्थ्य समस्याएं आदि।