कुम्भ विवाह क्या है
कुम्भ विवाह अगर किसी लड़की की कुंडली में दो विवाह के योग बनते हैं तो उस दोष को दूर करने के लिए कुम्भ मतलब घड़ा जो निर्जीव होता है या भगवान नारायण के विग्रह से उसका विवाह किया जाता है जिससे जब भी उसका विवाह हो तो वह पहला विवाह न होकर दूसरा विवाह माना जाएगा इस उपाय को करके लड़की को वैधव्य दोष और दो विवाह के दोष का सामना नहीं करना पड़ता है।