शत्रु बाधा निवारण पूजा क्यों होता है
"शत्रु बाधा निवारण पूजा" एक विशेष प्रकार की पूजा है जो व्यक्ति को शत्रुओं से सुरक्षा करने और उनकी बाधाओं को दूर करने के लिए की जाती है। यह पूजा विभिन्न दृष्टिकोण से किए जा सकते हैं और विशेष रूप से ज्योतिष, तांत्रिक अथवा वैदिक परंपराओं के अनुसार हो सकती हैं। यह एक व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करने के साथ-साथ उसे आत्म-रक्षा करने की क्षमता प्रदान करती है।
शत्रु बाधा निवारण पूजा के कुछ मुख्य पहलुओं में शामिल हो सकते हैं:
- गणपति पूजा: पूजा की शुरुआत गणपति भगवान की उपासना से होती है, जिन्हें विघ्नहर्ता कहा जाता है।
- काली माता पूजा: काली माता को शत्रु बाधा निवारण के लिए अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है, और उनकी पूजा से शत्रुओं का संहार हो सकता है।
- हनुमान चालीसा पाठ: हनुमान जी को शत्रु संहारक और रक्षक माना जाता है, इसलिए हनुमान चालीसा का पाठ किया जा सकता है।
- धूप और दीप पूजा: धूप और दीप से पूजा का वातावरण शुद्ध होता है और यह अनुष्ठान को पूर्णता की दिशा में बढ़ावा देता है।
- मंत्र जाप: विशेष शत्रु निवारण मंत्रों का जाप करना भी इस पूजा का हिस्सा हो सकता है।
- दान करना: दान करना भी शत्रु बाधा निवारण का एक उपाय हो सकता है। यह एक धार्मिक कार्य होता है जिससे पूजा करने वाला व्यक्ति शुभाशीष प्राप्त करता है।